मुनव्वर राना Munawwar Rana

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Munawwar-Rana

मुनव्वर राना का जीवन परिचय
Munawwar Rana ka jeevan parichay

मुनव्वर राना (26 नवंबर 1952) का जन्म उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ।उनके पिता का नाम  सईअद अनवर अली व माता का नाम आयशा खातूनहै। उर्दू भाषा के साहित्यकार मुनव्वर राना  'शहदाबा' के लिये उन्हें सन् 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 14-01-2024 को उनकी मृत्यु हो गयी।  मुनव्वर राना की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा कलकत्ता (कोलकाता) में हुई। अब वह लखनऊ में रहते हैं। मुनव्वर राना ने ग़ज़लों के अलावा संस्मरण भी लिखे हैं। उनकी रचनाओं का ऊर्दू के अलावा अन्य भाषाओं में भी अनुवाद हुआ है। 

मुनव्वर राणा का परिवार [ Munawwar Rana Family ]

मुनव्वर राना के माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी (अदीबा राणा) जो एक गृहनी है। तथा उनके 6 बच्चे हैं। मुनव्वर राणा का एक बेटा तबरेज राणा तथा उनकी पांच बेटियां है। बड़ी बेटी का नाम सुमैया राणा जो समाजवादी पार्टी मे  है तथा उससे छोटी उजमा राणा है। मुनव्वर राना के चार भाई तथा तीन बहने हैं। इस प्रकार से मुनव्वर राणा का एक भरा पूरा परिवार है।

मुनव्वर राना की चुनिंदा रचनाएँ | Munawwar Rana - Selected Poetry

माँ - मुनव्वर राना | Maa - Munawwar Rana

पीपल छाँव - मुनव्वर राना | Peepal Chhanv - Munawwar Rana

बदन सराय - मुनव्वर राना | Badan Sarai - Munawwar Rana

नीम के फूल - मुनव्वर राना | Neem ke Phool - Munawwar Rana

ग़ज़ल गाँव - मुनव्वर राना | Ghazal-Gaon - Munawwar Rana

मुहाजिरनामा - मुनव्वर राना | Muhajirnama - Munawwar Rana

घर अकेला हो गया - मुनव्वर राना | Ghar Akela Hogaya - Munawwar Rana

फिर कबीर - मुनव्वर राना | Phir Kabir - Munawwar Rana

शहदाबा - मुनव्वर राना | Shahdaba - Munawwar Rana

मुनव्वरनामा - मुनव्वर राना | Munnawarnama - Munawwar Rana

चुनिंदा ग़ज़लें - मुनव्वर राना | Chuninda Ghazlein - Munawwar Rana

चुनिंदा नज़्में - मुनव्वर राना | Chuninda Nazmein - Munawwar Rana

मुनव्वर राना की चुनिंदा ग़ज़लें | Munnawar Rana Ki Chuninda Ghazle

अच्छा हुआ कि मेरा नशा भी उतर गया - मुनव्वर राना

अच्छी से अच्छी आब-ओ-हवा के बग़ैर भी - मुनव्वर राना

अना हवस की दुकानों में आ के बैठ गई - मुनव्वर राना

अलमारी से ख़त उस के पुराने निकल आए - मुनव्वर राना

आप को चेहरे से भी बीमार होना चाहिए - मुनव्वर राना

आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया - मुनव्वर राना

इतनी तवील उम्र को जल्दी से काटना - मुनव्वर राना

इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिये - मुनव्वर राना

ऐसा लगता है कि कर देगा अब आज़ाद मुझे - मुनव्वर राना

कई घरों को निगलने के बाद आती है - मुनव्वर राना

कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ़ नहीं देखा - मुनव्वर राना

काले कपड़े नहीं पहने हैं तो इतना कर ले - मुनव्वर राना

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई - मुनव्वर राना

किसी ग़रीब की बरसों की आरज़ू हो जाऊँ - मुनव्वर राना

ख़फ़ा होना ज़रा सी बात पर तलवार हो जाना - मुनव्वर राना

ख़ुद अपने ही हाथों का लिखा काट रहा हूँ - मुनव्वर राना

ख़ून रुलवाएगी ये जंगल-परस्ती एक दिन - मुनव्वर राना

गले मिलने को आपस में दुआएँ रोज़ आती हैं - मुनव्वर राना

घर में रहते हुए ग़ैरों की तरह होती हैं - मुनव्वर राना

चले मक़्तल की जानिब और छाती खोल दी हम ने - मुनव्वर राना

छाँव मिल जाए तो कम दाम में बिक जाती है - मुनव्वर राना

जहां तक हो सका हमने तुम्हें परदा कराया है - मुनव्वर राना

जुदा रहता हूँ मैं तुझ से तो दिल बे-ताब रहता है - मुनव्वर राना

तुम्हारे जिस्म की ख़ुश्बू गुलों से आती है - मुनव्वर राना

थकन को ओढ़ के बिस्तर में जा के लेट गए - मुनव्वर राना

थकी-मांदी हुई बेचारियाँ आराम करती हैं - मुनव्वर राना

दरिया-दिली से अब्र-ए-करम भी नहीं मिला - मुनव्वर राना

दुनिया तिरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूँ - मुनव्वर राना

दोहरा रहा हूँ बात पुरानी कही हुई - मुनव्वर राना

नुमाइश के लिए गुलकारियाँ दोनों तरफ़ से हैं - मुनव्वर राना

पैरों को मिरे दीदा-ए-तर बाँधे हुए है - मुनव्वर राना

फिर से बदल के मिट्टी की सूरत करो मुझे - मुनव्वर राना

बहुत पानी बरसता है तो मिट्टी बैठ जाती है - मुनव्वर राना

बादशाहों को सिखाया है क़लंदर होना - मुनव्वर राना

भुला पाना बहुत मुश्किल है सब कुछ याद रहता है - मुनव्वर राना

मसर्रतों के ख़ज़ाने ही कम निकलते हैं - मुनव्वर राना

महफ़िल में आज मर्सिया-ख़्वानी ही क्यूँ न हो - मुनव्वर राना

मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता - मुनव्वर राना

मुख़्तसर होते हुए भी ज़िंदगी बढ़ जाएगी - मुनव्वर राना

मुझ को गहराई में मिट्टी की उतर जाना है - मुनव्वर राना

मुहाजिर हैं मगर हम एक दुनिया छोड़ आए हैं - मुनव्वर राना

मेरी ख़्वाहिश है कि फिर से मैं फ़रिश्ता हो जाऊँ - मुनव्वर राना

मैं इस से पहले कि बिखरूँ इधर उधर हो जाऊँ - मुनव्वर राना

ये दरवेशों की बस्ती है यहाँ ऐसा नहीं होगा - मुनव्वर राना

ये बुत जो हम ने दोबारा बना के रक्खा है - मुनव्वर राना

खये सर-बुलंद होते ही शाने से कट गया - मुनव्वर राना

ये हिज्र का रस्ता है ढलानें नहीं होतीं - मुनव्वर राना

रोने में इक ख़तरा है, तालाब नदी हो जाते हैं - मुनव्वर राना

वो बिछड़ कर भी कहाँ मुझ से जुदा होता है - मुनव्वर राना

सहरा-पसंद हो के सिमटने लगा हूँ मैं - मुनव्वर राना

सहरा पे बुरा वक़्त मिरे यार पड़ा है - मुनव्वर राना

सारी दौलत तिरे क़दमों में पड़ी लगती है - मुनव्वर राना

हम कुछ ऐसे तिरे दीदार में खो जाते हैं - मुनव्वर राना

हर एक आवाज़ अब उर्दू को फ़रियादी बताती है - मुनव्वर राना

हर एक चेहरा यहाँ पर गुलाल होता है - मुनव्वर राना

हँसते हुए माँ-बाप की गाली नहीं खाते - मुनव्वर राना

हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है - मुनव्वर राना

मुनव्वर राना की चुनिंदा नज़्में | Munnawar Rana Ki Chuninda Nazme

अड़े कबूतर उड़े ख़याल - मुनव्वर राना

आख़िरी सच - मुनव्वर राना

उकताए हुए बदन - मुनव्वर राना

ख़ुद-कलामी - मुनव्वर राना

पत्थर के होंट - मुनव्वर राना

भिकारी - मुनव्वर राना

मेरे स्कूल - मुनव्वर राना

लिपस्टिक - मुनव्वर राना

सफ़ेद सच - मुनव्वर राना

एहतिसाबे गुनाह - मुनव्वर राना

ओल्ड गोल्ड - मुनव्वर राना

सिन्धु सदियों से हमारे देश की पहचान है - मुनव्वर राना

सोनिया गाँधी - मुनव्वर राना

आज उस बूढी अलमारी के अन्दर - मुनव्वर राना

शाइर - मुनव्वर राना

पटवारी का फ़ीता - मुनव्वर राना

स्पेयर पार्ट - मुनव्वर राना

एहसास - मुनव्वर राना

घर के आँगन की तरह... - मुनव्वर राना

गुज़ारिश - मुनव्वर राना

कच्चा साथ - मुनव्वर राना

कल आज और कल - मुनव्वर राना

मन्सूख मोआहिदा - मुनव्वर राना

मीडिया - मुनव्वर राना

मेरे दरवाज़े पे लिख दो... - मुनव्वर राना

ग़ज़ल गाँव - मुनव्वर राना | Ghazal Gaon - Munnawar Rana

जगमगाते हुए शहरों को तबाही देगा - मुनव्वर राना

जो उसने लिक्खे थे ख़त कापियों में छोड़ आये - मुनव्वर राना

जिसको एहसासे ग़म नहीं होगा - मुनव्वर राना

ऐ अहले-सियासत ये क़दम रुक नहीं सकते - मुनव्वर राना

दिल पे ले कर हम एक निशान चले - मुनव्वर राना

एक आस की मारी हुई दुल्हन की तरह है - मुनव्वर राना

हमें मज़दूरों की, मेहनतकशों की याद आती है - मुनव्वर राना

ख़ुश्क था जो पेड़ उस पर पत्तियाँ अच्छी लगीं - मुनव्वर राना

हमें भी पेट की ख़ातिर ख़ज़ाना ढूँढ लेना है - मुनव्वर राना

यो एक शख़्स जो बचपन से मेरे गाँव में है - मुनव्वर राना

मेरे घर के दरो-दीवार की हालत नहीं देखी - मुनव्वर राना

अब कहने की ये बात नहीं है लेकिन कहना पड़ता है - मुनव्वर राना

रिसते हुए ज़ख़्मों को दवा भी नहीं मिलती - मुनव्वर राना

हम उसके पास से उठ कर जो झूठ-मूठ गये - मुनव्वर राना

लहू में रंग के छींटे मिलाये जाते हैं - मुनव्वर राना

काजल से मेरा नाम न लिखिए किताब पर - मुनव्वर राना

सूखा न पसीना कभी पंखे की हवा से - मुनव्वर राना

दिल को मिल गयी ख़ुशी कोई - मुनव्वर राना

कोई पागल किसी पागल को पकड़ना चाहे - मुनव्वर राना

लबों पे उसके कभी बद-दुआ नहीं होती - मुनव्वर राना

क़त्ल भी होगा हमारा तो यहीं पर होगा - मुनव्वर राना

बदन सराय - मुनव्वर राना | Badan Sarai - Munnawar Rana

तुम्हारे पास ही रहते न छोड़ कर जाते - मुनव्वर राना

सरक़े का कोई शेर ग़ज़ल में नहीं रक्खा - मुनव्वर राना

कभी थकन के असर का पता नहीं चलता - मुनव्वर राना

जुर्रत से हर नतीजे की परवा किये बग़ैर - मुनव्वर राना

बंद कर खेल-तमाशा हमें नींद आती है - मुनव्वर राना

उनसे मिलिए जो यहाँ फेर-बदल वाले हैं - मुनव्वर राना

रोने में इक ख़तरा है, तालाब, नदी हो जाते हैं - मुनव्वर राना

ख़ून रुलावाएगी ये जंगल-परस्ती एक दिन - मुनव्वर राना

हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है - मुनव्वर राना

इन्सान थे कभी मगर अब ख़ाक हो गये - मुनव्वर राना

मैं जिसके वास्ते जलता रहा दिये की तरह - मुनव्वर राना

हम कुछ ऐसे तिरे दीदार में खो जाते हैं - मुनव्वर राना

हर एक लम्हा हमारी फ़िक्र पैग़म्बर को रहती है - मुनव्वर राना

अब मदरसे भी हैं तेरे शर से डरे हुए - मुनव्वर राना

नदी का शोर नहीं ये आबशार का है - मुनव्वर राना

तेरे लिए मैं शहर में रुस्वा बहुत हुआ - मुनव्वर राना

हर एक पल तेरी चाहत का एतबार रहे - मुनव्वर राना

दिल पहले कहाँ इस तरह ग़मगीन रहा है - मुनव्वर राना

मुट्ठी भर ये ख़ाक बहुत है - मुनव्वर राना

ये देख कर पतंगें भी हैरान हो गयीं - मुनव्वर राना

वो नम आँखें लबों से यूँ कहानी छीन लेती हैं - मुनव्वर राना

मियाँ मैं शेर हूँ शेरों की गुर्राहट नहीं जाती - मुनव्वर राना

जिसे दुश्मन समझता हूँ वही अपना निकलता है - मुनव्वर राना

अजब दुनिया है नाशायर यहाँ पर सर उठाते हैं  - मुनव्वर राना

हमारी दोस्ती से दुश्मनी शरमाई रहती है - मुनव्वर राना

मोहब्बत करने वाला ज़िन्दगी भर कुछ नहीं कहता - मुनव्वर राना

फिर कबीर - मुनव्वर राना | Phir Kabir - Munnawar Rana

माँ(फिर कबीर) - मुनव्वर राना

बचपन-1 - मुनव्वर राना

बचपन-2 - मुनव्वर राना

बचपन-3 - मुनव्वर राना

बचपन-4 - मुनव्वर राना

कई घरों को निगलने के बाद आती है - मुनव्वर राना

मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता - मुनव्वर राना

जब भी देखा मेरे किरदार पे धब्बा कोई - मुनव्वर राना

अमीरे-शहर को तलवार करने वाला हूँ - मुनव्वर राना

कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नहीं देखा - मुनव्वर राना

समझौतों की भीड़भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया - मुनव्वर राना

हम कभी जब दर्द के किस्से सुनाने लग गये - मुनव्वर राना

तुझ में सैलाबे-बला थोड़ी जवानी कम है - मुनव्वर राना

आँखों में कोई ख़्वाब सुनहरा नहीं आता - मुनव्वर राना

तू कभी देख तो रोते हुए आकर मुझको- मुनव्वर राना

अगर दौलत से ही सब क़द का अंदाज़ा लगाते हैं - मुनव्वर राना

कुछ मेरी वफ़ादारी का इनआम दिया जाए - मुनव्वर राना

न मैं कंघी बनाता हूँ न मैं चोटी बनाता हूँ - मुनव्वर राना

मेरे कमरे में अँधेरा नहीं रहने देता - मुनव्वर राना

हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है - मुनव्वर राना

मेरी थकन के हवाले बदलती रहती है - मुनव्वर राना

नाकामियों के बाद भी हिम्मत वही रही - मुनव्वर राना

जगमगाते हुए शहरों को तबाही देगा - मुनव्वर राना

हमारा तीर कुछ भी हो निशाने तक पहुँचता है - मुनव्वर राना

जब कभी धूप की शिद्दत ने सताया मुझको - मुनव्वर राना

उम्मीद भी किरदार पे पूरी नहीं उतरी - मुनव्वर राना

इतना रोये थे लिपट कर दरो दीवार से हम - मुनव्वर राना

हँसते हुए माँ-बाप की गाली नहीं खाते - मुनव्वर राना

ख़ूबसूरत झील में हँसता कँवल भी चाहिए- मुनव्वर राना

किसी भी ग़म के सहारे नहीं गुज़रती है - मुनव्वर राना

कई घर हो गए बरबाद ख़ुद्दारी बचाने में - मुनव्वर राना

उड़के यूँ छत से कबूतर मेरे सब जाते हैं - मुनव्वर राना

मुझको गहराई में मिट्टी की उतर जाना है - मुनव्वर राना

तुम्हारे जिस्म की ख़ुशबू गुलों से आती है - मुनव्वर राना

वो मुझे जुर्रते-इज़हार से पहचानता है - मुनव्वर राना

गौतम की तरह घर से निकल कर नहीं जाते - मुनव्वर राना

हमारी दोस्ती से दुश्मनी शरमाई रहती है - मुनव्वर राना

ऐन ख़्वाहिश के मुताबिक सब उसी को मिल गया - मुनव्वर राना

बस इतनी बात पर उसने हमें बलवाई लिक्खा है - मुनव्वर राना

क़सम देता है बच्चों की बहाने से बुलाता है - मुनव्वर राना

धँसती हुई क़ब्रों की तरफ़ देख लिया था - मुनव्वर राना

सरक़े का कोई दाग़ जबीं पर नहीं रखता- मुनव्वर राना

यह एहतेराम तो करना ज़रूर पड़ता है - मुनव्वर राना

बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है - मुनव्वर राना

मियाँ मैं शेर हूँ शेरों की गुर्राहट नहीं जाती - मुनव्वर राना

अना की मोहनी सूरत बिगाड़ देती है - मुनव्वर राना

मेरी मज़लूमियत पर ख़ून पत्थर से निकलता है - मुनव्वर राना

हम दोनों में आँखें कोई कोई गीली नहीं करता - मुनव्वर राना

तेरे चेहरे पे कोई ग़म नहीं देखा जाता - मुनव्वर राना

उदास रहता है बैठा शराब पीता है - मुनव्वर राना

जो हुक़्म देता है वो इल्तिजा भी करता है - मुनव्वर राना

हालाँकि हमें लौट के जाना भी नहीं है - मुनव्वर राना

सफ़र में जो भी हो रख़्ते सफ़र उठाता है - मुनव्वर राना

फ़रिश्ते आ के उनके जिस्म पर झाड़ू लगाते हैं - मुनव्वर राना

किसी भी मोड़ पर तुम से वफ़ादारी नहीं होगी - मुनव्वर राना

उदास रहने को अच्छा नहीं बताता है - मुनव्वर राना

चमन में सुबह का मंज़र बड़ा दिलचस्प होता है - मुनव्वर राना

महब्बत करने वालों में ये झगड़ा डाल देती है - मुनव्वर राना

तुम उचटती -सी एक नज़र डालो - मुनव्वर राना

हमारी ज़िन्दगी का इस तरह हर साल कटता है - मुनव्वर राना

तुम्हारे पास ही रहते न छोड़कर जाते - मुनव्वर राना

सरक़े का कोई शेर ग़ज़ल में नहीं रक्खा - मुनव्वर राना

कभी थकन के असर का पता नहीं चलता - मुनव्वर राना

मेरी चाहत का फ़क़ीरी से सिरा मिलता है - मुनव्वर राना

मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए - मुनव्वर राना

फ़क़ीरों में उठे बैठे हैं शाहाना गुज़ारी है - मुनव्वर राना

घर में रहते हुए ग़ैरों की तरह होती हैं - मुनव्वर राना

खण्डहर-से दिल में फिर कोई तमन्ना घर बनाती है - मुनव्वर राना

कहीं पर छुप के रो लेने को तहख़ाना भी होता था - मुनव्वर राना

अलमारी से ख़त उसके पुराने निकल आये - मुनव्वर राना

न कमरा जान पाता है न अंगनाई समझती है - मुनव्वर राना

घरों में यूँ सयानी लड़कियाँ बेचैन रहती हैं - मुनव्वर राना

मौला ये तमन्ना है कि जब जान से जाऊँ - मुनव्वर राना

अश्आर - मुनव्वर राना

मुनव्वरनामा - मुनव्वर राना | Munnawarnama - Munnawar Rana

ऐसे उड़ूँ कि जाल न आए ख़ुदा करे - मुनव्वर राना

गिड़गिड़ाए नहीं, हाँ हम्दो सना से माँगी - मुनव्वर राना

किसी के ज़ख्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा - मुनव्वर राना

मसनद नशीन हो के न कुर्सी पे बैठ कर - मुनव्वर राना

बदरबार में जब ओहदे के लिए पैरों पे अना गिर जाती है - मुनव्वर राना

जिसने भी इस ख़बर को सुना सर पकड़ लिया - मुनव्वर राना

अपने बाजू पे मुक़द्दस सी इक आयत बाँधे - मुनव्वर राना

पठान ही नहीं यूसुफ़ ज़ई निकलता है - मुनव्वर राना

अपने चेहरों को तबस्सुम से सजाए हुए लोग - मुनव्वर राना

आ कहीं मिलते हैं हम ताकि बहारें आ जायें - मुनव्वर राना

हम फ़सीलों को सजा देंगे सरों से अपने - मुनव्वर राना

लौट कर जैसे भी हो जाने पिदर! आ जाना - मुनव्वर राना

तेरी महफ़िल से अगर हम न निकाले जाते - मुनव्वर राना

ग़ज़ल हर अह्द में हम से सलीक़ा पूछने आई - मुनव्वर राना

इस रेत के घरौंदे को बेटे, महल समझ - मुनव्वर राना

बड़े सलीक़े से इक आशना के लहजे में - मुनव्वर राना

पीपल छाँव - मुनव्वर राना | Peepal Chhanv - Munnawar Rana

जो तीर भी आता है वो ख़ाली नहीं जाता - मुनव्वर राना

वो मैला-सा, बोसीदा-सा आंचल नहीं देखा - मुनव्वर राना

वो ग़ज़ल पढने में लगता भी ग़ज़ल जैसा था - मुनव्वर राना

फ़रिश्ते आ के उनके जिस्म पर ख़ुशबू लगाते हैं - मुनव्वर राना

धंसती हुई क़ब्रों की तरफ़ देख लिया था - मुनव्वर राना

तू हर परिन्दे को छत पर उतार लेता है - मुनव्वर राना

ख़ूबसूरत झील मे हंसता कंवल भी चाहिए - मुनव्वर राना

ख़ुद सूख गया ज़ख़्म ने मरहम नहीं देखा - मुनव्वर राना

हम सायादार पेड़ ज़माने के काम आये - मुनव्वर राना

इतना रोये थे लिपट कर दरो-दिवार से हम - मुनव्वर राना

मुफ़लिसी पासे-शराफ़त नहीं रहने देगी - मुनव्वर राना

दश्तो-सहरा में कभी उजड़े खंडर में रहना - मुनव्वर राना

हिज्र में पहले-पहल रोना बहुत अच्छा लगा - मुनव्वर राना

हंसते हुए मां-बाप की गाली नहीं खाते - मुनव्वर राना

ऐ हुकूमत, तेरा मेआर न गिरने पाये - मुनव्वर राना

नये कमरों में अब चीज़ें पुरानी कौन रखता है - मुनव्वर राना

जिस्म का बरसों पुराना ये खंडर गिर जाएगा - मुनव्वर राना

ख़ुदा-न-ख़्वास्ता जन्नत हराम कर लेंगे - मुनव्वर राना

बिछड़ने वालों का अब इन्तज़ार क्या करना - मुनव्वर राना

जल रहे है धूप में लेकिन इसी सहरा में हैं - मुनव्वर राना

फ़िर आंसुओं की ज़रूरत न चश्मे-तर को हुई - मुनव्वर राना

मेरे कमरे में अंधेरा नही रहने देता - मुनव्वर राना

शहदाबा - मुनव्वर राना | Shahdaba - Munnawar Rana

आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया - मुनव्वर राना

अच्छा हुआ कि मेरा नशा भी उतर गया - मुनव्वर राना

महफ़िल में आज मर्सिया-ख़्वानी ही क्यूँ न हो - मुनव्वर राना

ऐसा लगता है कि कर देगा अब आज़ाद मुझे - मुनव्वर राना

किसी ग़रीब की बरसों की आरज़ू हो जाऊँ - मुनव्वर राना

अच्छी से अच्छी आब-ओ-हवा के बग़ैर भी - मुनव्वर राना

दुनिया सलूक करती है हलवाई की तरह - मुनव्वर राना

फिर हवा सिर्फ़ चराग़ों का कहा करती है - मुनव्वर राना

फिर से बदल के मिट्टी की सूरत करो मुझे - मुनव्वर राना

अच्छा हुआ कि मेरा नशा भी उतर गया - मुनव्वर राना

अड़े कबूतर उड़े ख़याल - मुनव्वर राना

आख़िरी सच - मुनव्वर राना

उकताए हुए बदन - मुनव्वर राना

ख़ुद-कलामी - मुनव्वर राना

पत्थर के होंट - मुनव्वर राना

भिकारी - मुनव्वर राना

मेरे स्कूल - मुनव्वर राना

लिपस्टिक - मुनव्वर राना

सफ़ेद सच - मुनव्वर राना

एहतिसाबे गुनाह - मुनव्वर राना

ओल्ड गोल्ड - मुनव्वर राना

सिन्धु सदियों से हमारे देश की पहचान है - मुनव्वर राना

सोनिया गाँधी - मुनव्वर राना

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