भवानी प्रसाद मिश्र Bhawani Prasad Mishra

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हिंदी कविता


Bhawani-Prasad-Mishra

भवानी प्रसाद मिश्र का जीवन परिचय
Bhawani Prasad Mishra ka jeevan parichay

भवानी प्रसाद मिश्र का जन्म (२९ मार्च १९१३-२० फरवरी १९८५) गांव टिगरिया, तहसील सिवनी मालवा, जिला होशंगाबाद में हुआ था। वे हिन्दी के प्रमुख कवियों में से एक थे। क्रमश: सोहागपुर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर और जबलपुर में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई तथा १९३४-३५ में उन्होंने हिन्दी, अंग्रेजी और संस्कृत विषय लेकर बी ए पास किया। भवानी प्रसाद मिश्र कविताएँ लिखना लगभग १९३० से नियमित प्रारम्भ हो गया था और कुछ कविताएँ पंडित ईश्वरी प्रसाद वर्मा के सम्पादन में निकलने वाले हिन्दूपंच में हाईस्कूल पास होने के पहले ही प्रकाशित हो चुकी थीं। सन १९३२-३३ में वे माखनलाल चतुर्वेदी के संपर्क में आए और वे आग्रहपूर्वक कर्मवीर में भवानी प्रसाद मिश्र की कविताएँ प्रकाशित करते रहे। हंस में काफी कविताएँ छपीं और फिर अज्ञेय जी ने दूसरे सप्तक में इन्हे प्रकाशित किया। दूसरे सप्तक के प्रकाशन के बाद प्रकाशन क्रम ज्यादा नियमित होता गया। उन्होंने चित्रपट के लिए संवाद लिखे और मद्रास के ए०बी०एम० में संवाद निर्देशन भी किया। मद्रास से बम्बई आकाशवाणी का प्रोड्यूसर होकर गए और आकाशवाणी केन्द्र दिल्ली पर भी काम किया। 
उन्हें १९७२ में बुनी हुई रस्सी के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। १९८१-८२ में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के संस्थान सम्मान से सम्मानित हुए और १९८३ में उन्हें मध्य प्रदेश शासन के शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया।

भवानी प्रसाद मिश्र की कुछ प्रमुख कृतियाँ : 

कविता संग्रह- गीत फरोश, चकित है दुख, गाँधी पंचशती, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख, त्रिकाल संध्या, व्यक्तिगत, परिवर्तन जिए, तुम आते हो, इदंन मम्, शरीर कविता फसलें और फूल, मान-सरोवर दिन, संप्रति, अँधेरी कविताएँ, तूस की आग, कालजयी, अनाम और नीली रेखा तक। इसके अतिरिक्त बच्चों के लिए तुकों के खेल, संस्मरण जिन्होंने मुझे रचा और निबंध संग्रह कुछ नीति कुछ राजनीति भी प्रकाशित हुए।

भवानी प्रसाद मिश्र की रचना संग्रह

जीवन परिचय - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-फ़रोश - भवानी प्रसाद मिश्र

दूसरा सप्तक - भवानी प्रसाद मिश्र

तूस की आग - भवानी प्रसाद मिश्र

व्यक्तिगत - भवानी प्रसाद मिश्र

शरीर कविता फसलें और फूल - भवानी प्रसाद मिश्र

त्रिकाल सन्ध्या - भवानी प्रसाद मिश्र

बुनी हुई रस्सी - भवानी प्रसाद मिश्र

इदं न मम - भवानी प्रसाद मिश्र

बाल कविताएं - भवानी प्रसाद मिश्र

हिन्दी कविताएं - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-फ़रोश - भवानी प्रसाद मिश्र

कवि - भवानी प्रसाद मिश्र

अपराध - भवानी प्रसाद मिश्र

कवि - भवानी प्रसाद मिश्र

क़िस्मत ! - भवानी प्रसाद मिश्र

पहली बातें - भवानी प्रसाद मिश्र

वे हँसे और आया वसन्‍त - भवानी प्रसाद मिश्र

सन्नाटा - भवानी प्रसाद मिश्र

फूल और दिन - भवानी प्रसाद मिश्र

लुहार से - भवानी प्रसाद मिश्र

आज निश्चित हो - भवानी प्रसाद मिश्र

सतपुड़ा के जंगल - भवानी प्रसाद मिश्र

घर की याद - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-फ़रोश - भवानी प्रसाद मिश्र

दूसरा सप्तक - भवानी प्रसाद मिश्र

कमल के फूल - भवानी प्रसाद मिश्र

सतपुड़ा के जंगल - भवानी प्रसाद मिश्र

सन्नाटा - भवानी प्रसाद मिश्र

बूँद टपकी एक नभ से - भवानी प्रसाद मिश्र

मंगल-वर्षा - भवानी प्रसाद मिश्र

टूटने का सुख - भवानी प्रसाद मिश्र

प्रलय - भवानी प्रसाद मिश्र

असाधारण - भवानी प्रसाद मिश्र

स्नेह-शपथ - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-फ़रोश - भवानी प्रसाद मिश्र

वाणी की दीनता - भवानी प्रसाद मिश्र

तूस की आग - भवानी प्रसाद मिश्र

तूस की आग - भवानी प्रसाद मिश्र

त-माशा - भवानी प्रसाद मिश्र

पांव की नाव - भवानी प्रसाद मिश्र

रात की छांह में - भवानी प्रसाद मिश्र

भोर के छोर पर - भवानी प्रसाद मिश्र

और शामें - भवानी प्रसाद मिश्र

पहमदम सूरज - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं आज - भवानी प्रसाद मिश्र

एकाध-बार - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम नापो तौलो - भवानी प्रसाद मिश्र

कल्पना और कामना - भवानी प्रसाद मिश्र

प्यासा दिन - भवानी प्रसाद मिश्र

व्यक्तिगत - भवानी प्रसाद मिश्र

व्यक्तिगत - भवानी प्रसाद मिश्र

कहीं नहीं बचे - भवानी प्रसाद मिश्र

मैंने पूछा - भवानी प्रसाद मिश्र

पूरे एक वर्ष - भवानी प्रसाद मिश्र

सुनाई पड़ते हैं - भवानी प्रसाद मिश्र

कुछ सूखे फूलों के - भवानी प्रसाद मिश्र

अपमान - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम भीतर- भवानी प्रसाद मिश्र

मुझे अफ़सोस है - भवानी प्रसाद मिश्र

बहुत छोटी जगह - भवानी प्रसाद मिश्र

इदं न मम - भवानी प्रसाद मिश्र

सागर से मिलकर - भवानी प्रसाद मिश्र

अपने आपमें- भवानी प्रसाद मिश्र

क्या हर्ज़ है - भवानी प्रसाद मिश्र

काफ़ी दिन हो गये - भवानी प्रसाद मिश्र

शून्य होकर - भवानी प्रसाद मिश्र

अधूरे ही - भवानी प्रसाद मिश्र

शरीर कविता फसलें और फूल - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-आघात - भवानी प्रसाद मिश्र

आँखें बोलेंगी - भवानी प्रसाद मिश्र

देखो कि - भवानी प्रसाद मिश्र

कला-1 - भवानी प्रसाद मिश्र

कला-2 - भवानी प्रसाद मिश्र

संगीत - भवानी प्रसाद मिश्र

अकर्ता - भवानी प्रसाद मिश्र

ममेदम - भवानी प्रसाद मिश्र

चुपचाप उल्लास - भवानी प्रसाद मिश्र

क्यों टेरा - भवानी प्रसाद मिश्र

पीताभ किरन-पंछी - भवानी प्रसाद मिश्र

आश्वस्त - भवानी प्रसाद मिश्र

संगाती - भवानी प्रसाद मिश्र

सिर्फ़ दो - भवानी प्रसाद मिश्र

स्वप्न-शेष - भवानी प्रसाद मिश्र

अंदाज़ - भवानी प्रसाद मिश्र

भले आदमी - भवानी प्रसाद मिश्र

समझो भी - भवानी प्रसाद मिश्र

सावधान - भवानी प्रसाद मिश्र

घर और वन और मन - भवानी प्रसाद मिश्र

आत्म अनात्म - भवानी प्रसाद मिश्र

मित्रता और पवित्रता - भवानी प्रसाद मिश्र

पूर्णमदः - भवानी प्रसाद मिश्र

त्रिकाल संध्या - भवानी प्रसाद मिश्र

बहुत नहीं सिर्फ़ चार कौए थे काले - भवानी प्रसाद मिश्र

अक्कड़ मक्कड़ - भवानी प्रसाद मिश्र

कठपुतली - भवानी प्रसाद मिश्र

खेत में दबाये गये दाने की तरह - भवानी प्रसाद मिश्र

बुनी हुई रस्सी - भवानी प्रसाद मिश्र

बुनी हुई रस्सी - भवानी प्रसाद मिश्र

जबड़े जीभ और दाँत - भवानी प्रसाद मिश्र

धरती उठाती है - भवानी प्रसाद मिश्र

आराम से भाई ज़िन्दगी - भवानी प्रसाद मिश्र

कुछ नहीं हिला उस दिन - भवानी प्रसाद मिश्र

चिकने लम्बे केश - भवानी प्रसाद मिश्र

विस्मृति की लहरें - भवानी प्रसाद मिश्र

इदं न मम - भवानी प्रसाद मिश्र

इदं न मम - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम्हारी छाया में - भवानी प्रसाद मिश्र

पश्चाताप - भवानी प्रसाद मिश्र

समयगंधा - भवानी प्रसाद मिश्र

सुतंतुस - भवानी प्रसाद मिश्र

बाल कविताएं - भवानी प्रसाद मिश्र

तुकों के खेल - भवानी प्रसाद मिश्र

साल दर साल - भवानी प्रसाद मिश्र

भाई-चारा - भवानी प्रसाद मिश्र

फागुन की खुशियाँ मनाएँ - भवानी प्रसाद मिश्र

हम सब गाएँ - भवानी प्रसाद मिश्र

पंडित सरबेसर - भवानी प्रसाद मिश्र

श्रम की महिमा - भवानी प्रसाद मिश्र

बच्चों की तरह - भवानी प्रसाद मिश्र

सूरज का गोला - भवानी प्रसाद मिश्र

भवानी प्रसाद मिश्र की प्रसिद्ध कविताएँ

अच्छा अनुभव - भवानी प्रसाद मिश्र

अँधेरी रात - भवानी प्रसाद मिश्र

अनुत्तर योग - भवानी प्रसाद मिश्र

अपने जन्म दिन पर - भवानी प्रसाद मिश्र

अब के - भवानी प्रसाद मिश्र

अलस रस - भवानी प्रसाद मिश्र

असंदिग्ध एक उजाला - भवानी प्रसाद मिश्र

आमीन, गुलाब पर ऐसा वक्त कभी न आये - भवानी प्रसाद मिश्र

आसमान ख़ुद - भवानी प्रसाद मिश्र

आषाढ़ का पहला दिन - भवानी प्रसाद मिश्र

इतने बहुत–से वसंत का - भवानी प्रसाद मिश्र

इन सबका दुख गाओगे या नहीं - भवानी प्रसाद मिश्र

इस दुनिया को सँवारना - भवानी प्रसाद मिश्र

इसे जगाओ - भवानी प्रसाद मिश्र

उठा लो - भवानी प्रसाद मिश्र

उठो - भवानी प्रसाद मिश्र

उस दिन - भवानी प्रसाद मिश्र

उसे क्या नाम दूँ - भवानी प्रसाद मिश्र

एक आगमन - भवानी प्रसाद मिश्र

एक और आसमान - भवानी प्रसाद मिश्र

एक बहुत ही तन्मय चुप्पी - भवानी प्रसाद मिश्र

एक क्षण के लिए - भवानी प्रसाद मिश्र

ऐसा भी होगा - भवानी प्रसाद मिश्र

ऐसा हो जाता है - भवानी प्रसाद मिश्र

कोई सागर नहीं है - भवानी प्रसाद मिश्र

गीत-निमंत्रण - भवानी प्रसाद मिश्र

चाँदनी से तरबतर - भवानी प्रसाद मिश्र

छोटी छोटी कविताएँ - भवानी प्रसाद मिश्र

जंगल के राजा ! - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम कागज पर लिखते हो - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम नहीं समझोगे - भवानी प्रसाद मिश्र

तुमने जो दिया है - भवानी प्रसाद मिश्र

तार के खंभे - भवानी प्रसाद मिश्र

तुम्हारी ओर से - भवानी प्रसाद मिश्र

तारों से भरा आसमान ऊपर - भवानी प्रसाद मिश्र

तो पहले अपना नाम बता दूँ - भवानी प्रसाद मिश्र

दर्द की दवा - भवानी प्रसाद मिश्र

दरिंदा - भवानी प्रसाद मिश्र

धरती का पहला प्रेमी - भवानी प्रसाद मिश्र

धरती पर तारे - भवानी प्रसाद मिश्र

धीरज रखना भाई नीले आसमान - भवानी प्रसाद मिश्र

धुँधला है चन्द्रमा - भवानी प्रसाद मिश्र

नए साल के लिए - भवानी प्रसाद मिश्र

नये अर्थ की प्यास में - भवानी प्रसाद मिश्र

नहीं बनेगा - भवानी प्रसाद मिश्र

निरापद कोई नहीं है - भवानी प्रसाद मिश्र

परिवर्तन जिए - भवानी प्रसाद मिश्र

पहली बातें - भवानी प्रसाद मिश्र

पानी को क्या सूझी - भवानी प्रसाद मिश्र

पुकार कर - भवानी प्रसाद मिश्र

पूछना है - भवानी प्रसाद मिश्र

बह नहीं रहे होंगे - भवानी प्रसाद मिश्र

बेदर्द - भवानी प्रसाद मिश्र

भारतीय समाज - भवानी प्रसाद मिश्र

महंगे-सस्ते - भवानी प्रसाद मिश्र

महारथी - भवानी प्रसाद मिश्र

मेरा अपनापन - भवानी प्रसाद मिश्र

मेरे वृन्त पर - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं क्या करूँगा - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं क्यों लिखता हूँ - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं जो हूँ - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं तैयार नहीं था - भवानी प्रसाद मिश्र

मैं फिर आऊंगा - भवानी प्रसाद मिश्र

यह कर्जे की चादर - भवानी प्रसाद मिश्र

यह तो हो सकता है - भवानी प्रसाद मिश्र

रास्ते पर - भवानी प्रसाद मिश्र

लफ्फा़ज़ मैं बनाम निराला - भवानी प्रसाद मिश्र

लाओ अपना हाथ - भवानी प्रसाद मिश्र

संग्रह के खिलाफ - भवानी प्रसाद मिश्र

समकक्ष - भवानी प्रसाद मिश्र

स्वागत में - भवानी प्रसाद मिश्र

साधारण का आनन्द - भवानी प्रसाद मिश्र

सुख का दुख - भवानी प्रसाद मिश्र

सुबह हो गई है - भवानी प्रसाद मिश्र

हँसी आ रही है - भवानी प्रसाद मिश्र

होने का दावा - भवानी प्रसाद मिश्र


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