हमेशा याद रहती है - अभिषेक मिश्र | Hamesha yaad rahti hai - Abhishek Mishra

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"हमेशा याद रहती है"

मुझे कॉलेज की एक लड़की
 हमेशा याद रहती है।
मैं सब कुछ भूल  जाता हूँ 
मगर वो याद रहती है।।

मैं रखता था कदम दहलीज पर,
जब क्लास में अपने।
कदम मेरे बहकते थे,
पलक उसकी फड़कती थी।।

कहूं क्या प्यार शायद था नदी,
के दो किनारों सा।
यहां पर मैं तड़पता था,
वहां पर वो तड़पती थी।।

हुए हैं आज तक दो साल
 उससे न मिला फिर मैं,
मगर दिल कह रहा है वो
 अभी भी याद करती है।।

मैं दिल की धड़कनों को,
 अब उसीकेे नाम कर दूंगा।
कोई आकर बता दे अब ,
कहा वो आज रहती है।।
                        
अभिषेक मिश्र -

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